प्रिय विद्यार्थियों क्रिया की परिभाषा और भेद (Kriya Ki Paribhasha Or Bhed) की इस पोस्ट में क्रिया किसे कहते है?क्रिया कितने प्रकार की होती है?कर्म के आधार पर क्रिया के कितने भेद होते है?प्रयोग या सरंचना के आधार पर क्रिया के कितने भेद होते है?काल के आधार पर क्रिया के कितने भेद होते है? आदि को उदाहरन सहित विस्तार से समझाया गया है| यह पोस्ट REET, CTET, UPTET, NET, RPSC 1st GRADE, 2nd GRADE, V.D.O., PATWAR आदि की भर्ती परीक्षाओ के लिए अति महत्वपूर्ण है|
Contents
Kriya Ki Paribhasha Or Bhed
क्रिया की परिभाषा
किसी काम का करना या होना क्रिया कहलाता है|
क्रिया के प्रकार :- कर्म के आधार पर क्रिया के 2 भेद होते है|
1. अकर्मक क्रिया
यदि वाक्य में प्रयुक्त क्रिया का प्रभाव / फल कर्ता पर पड़ता हो अर्थात वाक्य में कर्म प्रयुक्त नही होता है, उसे अकर्मक क्रिया कहते है| जैसे:-
1. राम सोता है|
2. राधा चलती है|
2. सकर्मक क्रिया
यदि वाक्य में प्रयुक्त क्रिया का प्रभाव / फल कर्ता पर न पड़कर कर्म पर पड़ता हो, अर्थात वाक्य में कर्म प्रयुक्त होता है, उसे सकर्मक क्रिया कहते है| जैसे:-
1. राम पुस्तक पढ़ता है|
2. गीता अनार खाती है|
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सकर्मक क्रिया के दो भेद होते है|
I. एककर्मक क्रिया
जिस वाक्य में क्रिया के साथ एक कर्म प्रयुक्त हो, उसे एककर्मक क्रिया कहते है|
जैसे:-
1. मोहन पुस्तक पढ़ता है|
2. माँ अखवार पढ़ रही है|
II. द्विकर्मक क्रिया
जिस वाक्य में क्रिया के साथ दो कर्म प्रयुक्त हो, उसे द्विकर्मक क्रिया कहते है|
जैसे:-
1. अध्यापक छात्रो को कम्प्यूटर सिखा रहे है|
2. अध्यापक ने छात्रो को पाठ पढ़ाया |
{ क्रिया विशेष:- अगर वाक्य में देना क्रिया हो तथा देने के संदर्भ में दान/पुरस्कार/उपहार/इनाम/भेंट का भाव हो तो क्रिया सदेव ‘ एककर्मक ‘ होगी| } जैसे:-
राजा ने गरीबों को कम्बल दान दिए|
प्रयोग व सरचना के आधार पर क्रिया के आठ प्रकार होते है|
1. सामान्य क्रिया
यदि वाक्य में एक सामान्य से कार्य को बताने हेतु एक ही क्रिया पद प्रयुक्त किया जाए, वंहा सामान्य क्रिया होगी |
जैसे:-
1. राम पुस्तक पढ़ता है|
2. राधा बाजार जाती है|
2. संयुक्त क्रिया
जब वाक्य में दो या दो से अधिक क्रिया प्रयुक्त होती है, उसे संयुक्त क्रिया कहते है|
जैसे:-
1. राम बाजार जा चूका है|
2. मोहन अपना खाना कहा चूका है|
3. पूर्वकालिक क्रिया
जब वाक्य में दो क्रियाए हो, उनमे एक क्रिया पहले ही आरम्भ हो कर पहले ही पूर्ण हो जाती है, उसके पश्चात दूसरी क्रिया आरम्भ होती है, तो पहले पूर्ण होने वाली क्रिया ही पूर्वकालिक क्रिया होगी|
जैसे:-
1. बच्चा दूध पी कर सो गया
2. वह पढ़ कर सो गया |
4. प्रेरणार्थक क्रिया
जब वाक्य का कर्ता स्वय कार्य न कर के अन्य को क्रिया करने की प्रेरणा देता है, उसे प्रेरणार्थक क्रिया कहते है|
जैसे:-
1. अध्यापक छात्रो से पाठ पढवाता है|
2. माँ ने राधा से भोजन बनवाया |
5. नामधातु क्रिया
जो क्रिया संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण शब्दों से बनती है, उसे नामधातु क्रिया कहते है|
जैसे:-
1. रंग – रंगना
2. लालच – ललचाना
3. शर्म – शर्माना
4. अपना – अपनाना
6. कृदन्त क्रिया
क्रिया या धातु रूप के साथ प्रत्यय जोड़ कर बनाई गई क्रियाए, कृदन्त क्रिया कहलाती है |
7. सजातीय क्रिया
जब वाक्य में प्रयुक्त क्रम व क्रिया एक समान धातु से बने हो, उन्हें सजातीय क्रिया कहते है|
जैसे:-
1. भारत ने लड़ाई लड़ी |
2. राम ने खेल खेला |
8. सहायक क्रिया
जब वाक्य में प्रयुक्त मुख्य क्रिया की सहायता करने वाली क्रियाओ को सहायक क्रिया कहते है|
जैसे:-
1. राम पाठ पढ़ रहा है|
2. राम खेलता है|
{ NOTE:- सहायक क्रियाए वाक्य के काल का बोध करवाती है|}
काल के आधार पर क्रिया के तीन प्रकार होते है|
1. वर्तमान कालिक क्रिया
क्रिया का वह रूप जिस से वर्तमान समय में कार्य के संपन होने का बोध होता है, उसे वर्तमान कालिक क्रिया कहते है|
जैसे:-
1. गीता होकी खेल रही है|
2. पवन पुस्तक पढ़ रहा है|
2. भूतकालिक क्रिया
क्रिया का वह रूप जिस के द्वारा बीते समय में कार्य के सम्पन होने का बोध होता है, भूतकालिक क्रिया कहलाती है|
जैसे:-
1. वह विदेश चला गया|
2. उसने बहुत सुंदर गीत गाया|
3. भविष्यत कालिक क्रिया
क्रिया का वह रूप जिस के द्वारा आने वाले समय में कार्य सम्पन होने का बोध होता है, उसे भविष्यत कल क्रिया कहते है |
जैसे:-
1. पूनम छुट्टियों में कश्मीर जाएगी|
2. दिनेश निबन्ध प्रतियोगिता में भाग लेगा|
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भिन्नार्थक शब्द
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FAQ
उत्तर:- किसी काम का करना या होना क्रिया कहलाता है|
उत्तर:- कर्म के आधार पर क्रिया 2 प्रकार की होती है|
1. अकर्मक क्रिया
2. सकर्मक क्रिया
उत्तर:- प्रयोग व सरचना के आधार पर क्रिया के आठ प्रकार होते है|
1. सामान्य क्रिया
2. संयुक्त क्रिया
3. पूर्वकालिक क्रिया
4. प्रेरणार्थक क्रिया
5. नामधातु क्रिया
6. कृदन्त क्रिया
7. सजातीय क्रिया
8. सहायक क्रिया
उत्तर:- काल के आधार पर क्रिया के तीन प्रकार होते है|
1. वर्तमान कालिक क्रिया
2. भूतकालिक क्रिया
3. भविष्यत कालिक क्रिया
उत्तर:- यदि वाक्य में प्रयुक्त क्रिया का प्रभाव / फल कर्ता पर न पड़कर कर्म पर पड़ता हो, अर्थात वाक्य में कर्म प्रयुक्त होता है, उसे सकर्मक क्रिया कहते है|
उत्तर:- यदि वाक्य में प्रयुक्त क्रिया का प्रभाव / फल कर्ता पर पड़ता हो अर्थात वाक्य में कर्म प्रयुक्त नही होता है, उसे अकर्मक क्रिया कहते है|
उत्तर:- यदि वाक्य में एक सामान्य से कार्य को बताने हेतु एक ही क्रिया पद प्रयुक्त किया जाए, वंहा सामान्य क्रिया होगी |
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