REET 2021 Level 1 New Updated Syllabus इस पोस्ट में उपलब्ध करवाया गया है | इस पोस्ट में आप REET सलेबस की पीडीऍफ़ भी डाउनलोड कर सकते है जिसका लिंक आपको इस पोस्ट के अंत में मिल जायेगा |
यहाँ बाल विकास, पर्यावरण अध्ययन के साथ साथ भाषा प्रथम व द्वितीय के सभी विषयों जैसे हिंदी, संस्कृत, उर्दू, सिन्धी, पंजाबी व गुजराती का पाठ्यक्रम टॉपिक वाइज दिया गया है |
REET 2021 परीक्षा पैटर्न सम्बधित महत्वपूर्ण बिंदु
- लेवल प्रथम के लिए 150 प्रश्न, 150 अंक के लिए पूछे जायेंगे अर्थात प्रत्येक प्रशन एक अंक का होगा |
- गलत उत्तर देने पर ऋणात्मक अंकन नहीं किया जायेगा |
- परीक्षा के लिए 2 घंटे 30 मिनट समय निर्धारित है |
- भाषा के आलावा प्रश्न पत्र हिंदी और अंग्रेजी में होगा |
- सभी प्रश्न बहु विकल्पात्मक (MCQ) प्रकार के होंगे |
- पेपर में बालविकास, भाषा प्रथम, भाषा द्वितीय, गणित व पर्यावरण अध्ययन प्रत्येक के 30-30 प्रश्न पूछे जायेंगे |
- लेवल प्रथम की परीक्षा का आयोजन दूसरी पारी में दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:00 बजे के मध्य होगा |
- इस परीक्षा में सभी राज्यों के विद्यार्थी हिस्सा ले सकते है |
Table of content (toc)
Contents
REET Level 1 New Updated Syllabus
Child Development (बाल विकास)
- बाल विकास: वृद्धि एवं विकास की संकल्पना, विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धान्त, विकास को प्रभावित करने वाले कारक (विशेष रूप से परिवार एवं विद्यालय के संदर्भ में) एवं अधिगम से उनका संबंध
- वंशानुक्रम एवं वातावरण की भूमिका
- व्यक्तिगत विभिन्नताएँ: अर्थ, प्रकार एवं व्यक्तिगत विभिन्नताओं को प्रभावित करने वाले कारक।
- व्यक्तित्व: संकल्पना, प्रकार व व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक। व्यक्तित्व का मापन।
- बुद्धि: संकल्पना, सिद्धान्त एवं इसका मापन, बहुबुद्धि सिद्धान्त एवं इसके निहितार्थ।
- विविध अधिगमकर्ताओं की समझ: पिछडे, विमंदित, प्रतिभाशाली, सृजनशील, अलाभान्वित-वंचित, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे एवं अधिगम अक्षमता युक्त बच्चे।
- अधिगम में आने वाली कठिनाइयाँ
- समायोजन की संकल्पना एवं तरीके, समायोजन में अध्यापक की भूमिका
- अधिगम का अर्थ एवं संकल्पना। अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक।
- अधिगम के सिद्धान्त एवं इनके निहितार्थ।
- बच्चे सीखते कैसे है? अधिगम की प्रक्रियाएँ। चिन्तन, कल्पना एवं तर्क
- अभिप्रेरणा व इसके अधिगम के लिए निहितार्थ।
- शिक्षण अधिगम की प्रक्रियाएँ, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा-2005 के संदर्भ में शिक्षण अधिगम की व्यूह रचना एवं विधियाँ।
- आकलन, मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य, समग्र एवं सतत् मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण।
- सीखने के प्रतिफल
- क्रियात्मक अनुसन्धान
- शिक्षा का अधिकार अधिनियम -2009 अध्यापकों की भूमिका एवं दायित्व।
👉 ये भी पढ़े : REET में आने वाले मनोविज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न
Language 1st (भाषा प्रथम) Syllabus reet 2021 level 1 new syllabus pdf
I. Hindi (हिंदी)
- एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न:
- पर्यायवाची, विलोम, वाक्याशों के लिए एक शब्द, शब्दार्थ, शब्द शुद्धि। उपसर्ग, प्रत्यय, संधि और समास। संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, अव्यय।
- एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न: रेखांकित शब्दों का अर्थ स्पष्ट करना, वचन, काल, लिंग ज्ञात करना। दिए गए शब्दों का वचन काल और लिंग बदलना।
- वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के प्रकार, पदबंध, मुहावरे और लोकोक्तियाँ, विराम चिह्न।
- भाषा की शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषा दक्षता का विकास।
- भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) हिंदी भाषा शिक्षण में चुनौतियाँ,
- शिक्षण अधिगम सामग्री, पाठय पुस्तक, बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन |
- भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण समग्र एवं सतत् मूल्यांकन,
- उपचारात्मक शिक्षण |
👉ये प्रश्न भी पढ़े : हिंदी शिक्षण विधियाँ के महत्वपूर्ण प्रश्न
II. Sanskrit (संस्कृत)
- एकम् अपठित गद्यांशम् आधारीकृत्य निम्नलिखित-व्याकरण-सम्बन्धिनः प्रश्नाः शब्दरूप-धातुरूप-कारक-विभक्ति-उपसर्ग-प्रत्यय-सन्धि-समास-सर्वनाम-विशेषण-संख्याज्ञान-माहेश्वर-सूत्र-अव्ययेषु प्रश्नाः
- एकम् अपठित गद्यांशम् राजस्थानस्य इतिहास-कला-संस्कृति-आदीन् आधारीकृत्य निम्नलिखित बिन्दुसम्बन्धिनः प्रश्ना: रेखांकित क्रियापद-चयन-वचन-लकार-लिंग-ज्ञान-प्रश्नाः, विलोमशब्द-लकारपरिवर्तन-प्रश्नाः (लट्-लङ्-लुट्-विधिलिङ्लकारेषु)
- संस्कृतानुवादः, वाच्यपरिवर्तनम् (लट्-लकारस्य), वाक्येषु-प्रश्ननिर्माणम्, अशुद्धिसंशोधनम्, संस्कृतसूक्तयः। (i) संस्कृतभाषा-शिक्षण-विधयः। (ii) संस्कृतभाषा-शिक्षण-सिद्धान्ताः।
- संस्कृतभाषाकौशलस्य विकासः, (श्रवणम्, सम्भाषणम्, पठनम्, लेखनम्)
- संस्कृताध्यापनस्य अधिगमसाधनानि, पाठ्यपुस्तकानि, संप्रेषणस्य साधनानि।
- संस्कृतभाषा-शिक्षणस्य मूल्यांकन सम्बन्धिनः प्रश्नाः, मौखिक-लिखितप्रश्नानां प्रकार-सततमूल्यांकनम्उ
- पचारात्मकशिक्षणम्।
III. Urdu (उर्दू)
1 نثری اقتباس پر بھی سوالات :
عبارت ہی ، معانی الفاظ ، اعراب ، واحد جمع ، مذکر مؤنث متضاد ، مترادف ، رموز اوقاف
2 ثریا قتال پر مبنی سوالات :
مواد کی مجھے نعل ، فاعل مفعول ، جملے کی اقسام ، زمانہ
3 3 اسم اور اس کی اقسام کشمیر اور اس کی اقسام مفت بدنت اور اس کی اقسام بمحاورے اور کیا تھیں
4 اصناف نثروتم :
اردو زبان کی تدریس کے مقاصد ، اردو زبان کی تدریس کے اصول ، تدر دیسی طریقہ کار
5 زبان کی مہارتیں ( سنتا ، پولنا ، پڑھنا لکھتا اور ان کی نشو ونماء اردو نصاب تعلیم ، اردو پڑھنا اور کیتا
سکھانے کے طریے ، زبان کی تدریس میں معاون اشیا
6 جانچ اور اس کے طریقے معرضی اورسلسل جانچ ( اندازه قدر ) سوالات اور ان کی تمہیں
IV. Sindhi (सिन्धी)
- नसुर जा ब टुकिरा (पैराग्राफ) (गद्यांश) राजस्थान जे कला, साहित्य, संस्कृति जे बारे में दर्सी किताबनि खां सवाइ हून्दा उन्हनि टुकरनि मां हिन तरह जा सुवाल पुछिया वेदां।
- लफ्जनि जी जाण, डुखियनि अखरनि जी माना, अदद, जिंस, इस्म, सिफत, जमीर, फइल, जमान वगैरह सां वास्तो रखंदड़ सुवाल।
- टुकिरे में को इस्तलाहु या पहाको हुजे उन जी माना, टुकिरे जो उनवान, अख्लाकी सिख्या वगैरह।
- गाल्हाइण जा अठ लफ्ज-मुख्तिसर जाण। सिंधी भाषा जी लिखावट, लिपियुनि जी जाण।
- लफ्जनि जी जाण, सागी माना वारा अखर, लफ्जनि जी रचना अगियाड़ियूं ऐं पछाड़ियूं।
- जमान, जिंस, अदद, जिद इस्तलाह पहाका
- सिंधी भाषा सेखारण, पढ़ाइण जा तरीका। शार्गिदनि खे सिंधी भाषा सेखारण जा कारगर तरीका
- सिंधी भाषा बुधण, गाल्हाइणु, पढ़ण, लिखण, सिखण ऐं सेखारण जा तरीका, दर्सी किताबनि में भाषा जो ज्ञान, शार्गिदनि खे कहिड्न तरीकनि सां डियण घुरिजे।
- सिंधी भाषा पढ़ण, पढ़ाइण, लिखण, गाल्हाइण जो मूल्यांकन। जिबानी ऐं लिखित सुवालनि जा किस्म, सिंधी भाषा उम्दे नमूने सेखारण जा खास तरीका।
V. Punjabi (पंजाबी)
- ਇਕ ਅਣਡਿੱਠੇ ਵਾਰਤਕ ਪੈਰੇ ਵਿਚੋਂ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਿਆਕਰਨ ਸੰਬੰਧੀ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਅਗੇਤਰ-ਪਿਛੇਤਰ, ਤਤਸਮ ਸ਼ਬਦ, ਤਦਭਵ ਸ਼ਬਦ, ਦੇਸੀ ਸ਼ਬਦ, ਵਿਦੇਸੀ ਸ਼ਬਦ, ਬਹੁ-ਅਰਥਕ ਸ਼ਬਦ, ਸਮਾਨਾਰਥਕ ਸ਼ਬਦ, ਵਿਰੋਧੀ ਸ਼ਬਦ, ਬਹੁਤੇ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੀ ਥਾਂ ਇਕ ਸ਼ਬਦ, ਸੁੱਧ-ਅਸ਼ੁੱਧ ਸ਼ਬਦ
- ਇਕ ਅਣਡਿੱਠੇ ਵਾਰਤਕ ਪੈਰੇ ਵਿਚੋਂ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਬਿੰਦੂਆਂ ਉੱਤੇ ਅਧਾਰਿਤ ਪ੍ਰਸ਼ਨ, ਲਕੀਰੇ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਅਰਥ ਸਪਸ਼ਟ ਕਰਨਾ: ਲਿੰਗ, ਵਚਨ ਅਤੇ ਕਾਲ ਦੱਸਣਾ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦਾ ਲਿੰਗ, ਵਚਨ ਅਤੇ ਕਾਲ ਬਦਲਣਾ।
- ਪੰਜਾਬੀ ਵਰਨਮਾਲਾ, ਲਗਾਂ-ਮਾਤਰਾਂ, ਲਗਾਖਰ, ਪੰਜਾਬੀ ਰ ਅਤੇ ਵਿਅੰਜਨ।
- ਪੰਜਾਬੀ ਅਖਾਣ ਅਤੇ ਮੁਹਾਵਰੇ, ਵਿਸ਼ਰਾਮ-ਚਿੰਨ੍ਹ।
- ਪੰਜਾਬੀ ਭਾਸ਼ਾ ਅਧਿਆਪਨ ਦੇ ਸਿਧਾਂਤ ਅਤੇ ਵਿਧੀਆਂ, ਭਾਸ਼ਾਈ ਕੌਸ਼ਲਾਂ (ਸੁਣਨਾ, ਬੋਲਣਾ, ਪੜ੍ਹਣਾ, ਲਿਖਣਾ) ਦਾ ਵਿਕਾਸ,
- ਭਾਸ਼ਾ ਸਿੱਖਣ-ਸਿਖਾਉਣ ਦੀ ਸਮੱਗਰੀ, ਪਾਠ ਪੁਸਤਕ ਅਤੇ ਪੰਜਾਬੀ ਭਾਸ਼ਾ ਸਿੱਖਿਆ ਦੀਆਂ ਵਰਤਮਾਨ ਸਮੱਸਿਆਵਾਂ ਅਤੇ ਸੁਧਾਰ ॥
- ਭਾਸ਼ਾ ਸਿੱਖਿਆ ਵਿਚ ਮੁਲਾਂਕਣ, ਨਿਰੰਤਰ ਅਤੇ ਵਿਆਪਕ ਮੁਲਾਂਕਣ।
👉 ये प्रश्न भी पढ़े : पंजाबी शिक्षण विधियाँ के महत्वपूर्ण प्रश्न
👉ये प्रश्न भी पढ़े : पंजाबी grammar Important के प्रश्न
👉ये प्रश्न भी पढ़े : पंजाबी Grammar नोट्स अलंकार
👉ये प्रश्न भी पढ़े : पंजाबी Grammar नोट्स रस
👉ये प्रश्न भी पढ़े : पंजाबी grammar नोट्स छंद
VI. Gujarati (गुजराती)
- એક અપઠિત ગધાંસ અને એક પધાંશ જેમાં બોધગયતા.નિષ્કર્ષ વ્યાકરણ અને મૌખિક યોગ્યતા સંબંધિત પ્રખ હશે.
- વ્યાકરણ: સંજ્ઞા, સર્વનામ, પર્યાયવાચી શબ્દ, વિરોધી શબ્દ, ઉપસર્ગ પ્રત્યય, સંધિ, સમાસ, શબ્દસમૂહ માટે એક શબ્દ, શબ્દોના અર્થ, કાળ, વયન લિંગ, સંયોજક, નિપાત,
- વાક્ય રચના- વાક્યોના પ્રકાર, રૂઢિપ્રયોગો, કહેવતો.
- ગુજરાતી ભાષાની શિક્ષણ પદ્ધતિ.
- ગુજરાતી ભાષાની શિક્ષણ પદ્ધતિના સિદ્ધાંત.
- બાળકમાં ગુજરાતી ભાષાનો વિકાસ.
- ગુજરાતી ભાષાના કૌશલ્યો: શ્રવણ, કથન, વાંચન, લેખન.
- ગુજરાતી ભાષા શિક્ષણ: શૈક્ષણિક સાધનસામગ્રી, પાઠયપુસ્તક, ગુજરાતી ભાષા શિક્ષકની સજતા, ગુજ વપરાતાં વિરામચિહ્નોના પ્રકાર અને મહત્વ વાકયના અર્થના આધારે તેનો ઉપયોગ
- કાર્ય ૬. ગુજરાતી અને તેમાં ભાષા મદદરૂપ શિક્ષણમાં સાધનો મૂલ્યાંકન., લેખિત અને મૌખિક કસોટી માટેના પ્રનોના પ્રકાર, સતત મુલ્યાંકન, ઉનાન
VII. English
- Unseen Prose Passage
- Synonyms, Antonyms, Spellings, Word-formation, One Word Substitution
- Unseen Prose Passage
- Parts of Speech, Tenses, Determiners, Degrees of comparison
- Framing Questions Including Wh-questions, Active and Passive Voice,
- Narration, Knowledge of English Sounds and Phonetic Symbols
- Principles of Teaching English, Methods and Approaches to English Language Teaching
- Development of Language Skills, Teaching Learning Materials: (Textbooks, Multi Media Materials and other Resources)
- Comprehensive & Continuous Evaluation, Evaluation in English Language.
Language 2nd (भाषा द्वितीय) Syllabus reet 2021 level 1 new syllabus pdf
I.Hindi (हिंदी)
- एक अपठित गद्यांश आधारित निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न: युग्म शब्द, वाक्याशों के लिए एक शब्द, उपसर्ग, प्रत्यय, संधि, समास, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, लिंग, वचन, काल, शब्द शुद्धि,।
- एक अपठित पद्यांश पर आधारित निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न:
- भाव सौंदर्य
- विचार सौंदर्य
- नाद सौंदर्य
- शिल्प सौंदर्य
- जीवन दृष्टि
- वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के भेद, पदबंध, मुहावरे, लोकोक्तियाँ। कारक चिह्न, अव्यय, विराम चिह्न।
- भाषा शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषायी दक्षता का विकास।
- भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) शिक्षण अधिगम
- सामग्री-पाठय पुस्तक, बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन।
- भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) उपलब्धि परीक्षण का निर्माण समग्र एवं सतत् मूल्यांकन। उपचारात्मक शिक्षण।
II. English
- Unseen Prose Passage
- Linking Devices, Subject-Verb Concord, Inferences
- Unseen Poem
- Identification of Alliteration, Simile, Metaphor Personification, Assonance, Rhyme
- Modal Auxiliaries, Common Idioms and Phrases Literary Terms, Elegy, Sonnet, Short Story, Drama
- Basic knowledge of English Sounds and symbols.
- Principles of Teaching English, Communicative Approach to English Language Teaching, Challenges of Teaching English: Difficulties in learning English (role of home language, multilingualism)
- Methods of Evaluation, Remedial Teaching
III. Sanskrit (संस्कृत)
- एकम् अपठितं गद्यांशम् आधारीकृत्य निम्नलिखित-व्याकरण-सम्बन्धिनः प्रश्नाः
- शब्दरूप-धातुरूप-कारक-विभक्ति-उपसर्ग-प्रत्यय – सन्धि-समास-लकार-सर्वनाम – विशेष्य-विशेषण लिंग-संख्याज्ञान-समयज्ञान – अव्ययेषु प्रश्नाः।
- एकम् अपठितं पद्यांशं वा श्लोकम् राजस्थानस्य इतिहास-कला-संस्कृति-आदीन् आधारीकृत्य निम्नलिखित-बिन्दुसम्बन्धिनः व्याकरण प्रश्नाः
- सन्धि-समास-कारक-प्रत्यय-छन्द-लकारसम्बन्धिनः प्रश्नाः।
- विशेष्य-विशेषण लिंगसम्बन्धिनः प्रश्नाः।
- संस्कृतानुवादः, स्वर – व्यंजन-उच्चारणस्थानानि, वाच्यपरिवर्तनम् (लट्लकारस्य), अशुद्धिसंशोधनम्, संस्कृत-सूक्तयः।
- संस्कृतभाषा-शिक्षण-विधयः।
- संस्कृतभाषा-शिक्षण-सिद्धान्ताः।
- संस्कृत शिक्षणाभिरुचिप्रश्नाः।
- संस्कृतभाषाकौशलस्य विकासः, (श्रवणम्, सम्भाषणम्, पठनम्, लेखनम्)
- संस्कृतशिक्षणे-अधिगमसाधनानि, संस्कृतशिक्षणे संप्रेषणस्य साधनानि, संस्कृतपाठ्यपुस्तकानि।
- संस्कृतभाषाशिक्षणस्य मूल्यांकन सम्बन्धिनः प्रश्नाः,
- मौखिक-लिखितप्रश्नानां प्रकाराः सततमूल्यांकनम् उपचारात्मक-शिक्षणम्।
IV. Urdu (उर्दू)
1 نشری اقتباس پر مبنی سوالات :
عبارت نمی فعل ، فاعل مفعول ، جملے کی اقسام اور ہیئت ، رموز اوقاف ، زمانہ2 شعری جزا بند پر بنی سوالات :: :
شعنی ، معانی الفاظ ، ردیف ، قافیہ تشبیہ مبالغہ
حروف اور اقسام حروف ، اسلم اور اس کی اقسام مضمیر اور اس کی اقسام محاورے اور کہاوتیں
اردو املا اور رسم الخط ، اردو زبان کی تدریں اور لسانیات ، مصوتے اورصے
اردو زبان کی تدریس کے اصول ، اردو پڑھنا اور لکھنا سکھانے کے طریقے ، تدریسی طریقہ کار ، اردو
تدریس کے لیے منصوبہ بندی : سالانہ منصوبہ ، یونٹ کا منصوبہ ، سبق کا منصوبہ
تدریس زبان کی مشکلات جدید در دیسی طریقے معروضی اور مسلسل جانچ اندازه قدر ) ،
( Teaching Remedial ) مالیاتی تدریس
V. Sindhi (सिन्धी)
- नसुर जो हिकु टुकिरो (पैराग्राफ) (गद्यांश) राजस्थान जे कला, साहित्य, संस्कृति जे बारे में दर्सी किताबनि खां सवाइ हून्दो, उन टुकरे मां हिन तरह जा सुवाल पुछिया वेदां।
- लफ्जनि जी जाण, डुखियनि अखरनि जी माना, अदद, जिंस, इस्म, सिफत, जमीर, फइल, जमान वगैरह सां वास्तो रखंदड़ सुवाल। टुकिरे में को इस्तलाहु या पहाकों हुजे उन जी माना, उनवान, अख्लाकी सिख्या
- नज्म, हिकु बैतु या कविता (पद्यांश) मां हिन तरह जा सुवाल पुछिया उदा
- उनवान, कविअ जो नालो, शाइरीअ जी जाण, शाइरीअ जे उसूलनि, छंद, अलंकारनि जी मुख्तिसर जाण, डुखियनि अखरनि जी माना वगैरह।
(i) सिंधी भाषा जी आईवेटा (वर्णमाला) जी जाण, सिंधी लिपियुनि, नज्म ऐं नसुर बाबत जाण।
(ii) ग्रामर-गाल्हाइग जा अठ लफ्ज- -मुख्तिसर जाण। जिद, अदद, जिंस इस्तलाह, पहाका ऐं चवणियूं
(iii) ख़त, दरख्वास्त, मजमून लिखण जा तरीका।
(iv) सिंधी भाषा सेखारण पढ़ाइण जा तरीका शागिर्दनि खे सिंधी भाषा सेखारिजे, उन जा कारगर तरीका
(v) सिंधी भाषा बुधण, गाल्हाइणु, पढ़ण, लिखण, सिखण ऐं सेखारण जा तरीका, दर्सी किताबनि में भाषा जो ज्ञान, शागिर्दनि खे कहिडनि तरीकनि सां डियण घुरिजे।
(vi) सिंधी भाषा पढ़ण, पढ़ाइण, लिखण, गाल्हाइण, जो मूल्यांकन। जिबानी ऐं लिखित सुवालनि जा किस्म, सिंधी भाषा उम्दे नमूने सेखारण जा खास तरीका।
VI. Punjabi (पंजाबी)
- ਇਕ ਅਣਡਿੱਠੇ ਵਾਰਤਕ ਪੈਰੇ ਵਿਚੋਂ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਿਆਕਰਨ ਸੰਬੰਧੀ ਪ੍ਰਸ਼ਨ
- ਅਗੇਤਰ-ਪਿਛੇਤਰ, ਬਹੁ-ਅਰਥਕ ਸ਼ਬਦ, ਸਮਾਨਾਰਥਕ ਸ਼ਬਦ, ਵਿਰੋਧੀ ਸ਼ਬਦ, ਸ਼ੁੱਧ-ਅਸ਼ੁੱਧ ਸ਼ਬਦ, ਲਿੰਗ, ਵਚਨ ਅਤੇ ਕਾਲ।
- ਇਕ ਅਣਡਿੱਠੇ ਕਾਵਿ-ਬੰਦ ਉੱਤੇ ਅਧਾਰਿਤ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਬਿੰਦੂਆਂ ਨਾਲ ਸੰਬੰਧਤ ਪ੍ਰਸ਼ਨ
- ਵਿਚਾਰ-ਸੁਹਜ, ਭਾਵ-ਸੁੰਦਰਤਾ, ਸ਼ੈਲੀ, ਪ੍ਰਸੰਗ, ਸਿੱਖਿਆ, ਰਸ, ਅਲੰਕਾਰ, ਛੰਦ, ਸੁਰ-ਤਾਲ, ਅਖਾਣ ਅਤੇ ਮੁਹਾਵਰੇ
- ਭਾਸ਼ਾ ਅਤੇ ਪੰਜਾਬੀ ਭਾਸ਼ਾ (ਭਾਸ਼ਾ ਦੀ ਵਿਆਖਿਆ, ਪੰਜਾਬੀ ਦੀਆਂ ਉਪਭਾਸ਼ਾਵਾਂ ਦਾ ਵਰਗੀਕਰਨ ਅਤੇ ਖੇਤਰ),
- ਪੰਜਾਬੀ ਸੂਰ ਅਤੇ ਵਿਅੰਜਨ, ਪੰਜਾਬੀ ਵਰਨਮਾਲਾ, ਲਗਾਂ-ਮਾਤਰਾਂ, ਲਗਾਖਰ ਅਤੇ ਦੁੱਤ-ਅੱਖਰ ॥
- ਸ਼ਬਦ ਭੇਦ: ਨਾਂਵ, ਪੜਨਾਂਵ, ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਣ, ਕਿਰਿਆ, ਕਿਰਿਆ-ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਣ, ਸੰਬੰਧਕ, ਯੋਜਕ ਅਤੇ ਵਿਸਮਕ।
- ਪੰਜਾਬੀ ਭਾਸ਼ਾ ਅਧਿਆਪਨ ਦੇ ਸਿਧਾਂਤ, ਸੂਤਰ ਅਤੇ ਵਿਧੀਆਂ, ਭਾਸ਼ਾਈ ਕੌਸ਼ਲਾਂ (ਸੁਣਨਾ, ਬੋਲਣਾ, ਪੜ੍ਹਣਾ, ਲਿਖਣਾ) ਦਾ ਵਿਕਾਸ, ਭਾਸ਼ਾ ਸਿੱਖਣ-ਸਿਖਾਉਣ ਦੀ ਸਮੱਗਰੀ, ਪਾਠ ਪੁਸਤਕ ਅਤੇ ਪੰਜਾਬੀ ਭਾਸ਼ਾ ਸਿੱਖਿਆ ਦੀਆਂ ਵਰਤਮਾਨ ਸਮੱਸਿਆਵਾਂ ਅਤੇ ਸੁਧਾਰ
- ਭਾਸ਼ਾ ਸਿੱਖਿਆ ਵਿਚ ਮੁਲਾਂਕਣ, ਨਿਰੰਤਰ ਅਤੇ ਵਿਆਪਕ ਮੁਲਾਂਕਣ, ਦੇਖਣ-ਸੁਣਨ ਸਾਧਨ-ਅਰਥ, ਵੇਰਵਾ ਅਤੇ ਵਰਤੋਂ ਦੇ ਸਿਧਾਂਤ।
VII. Gujarati (गुजराती)
- એક અપઠિત ગધાંશ અને એક પધાંશ જેમાં બોધગમ્યતા નિષ્કર્ષ વ્યાકરણ અને મૌખિક યોગ્યતા સંબંધિત પ્રશ્ન
- વ્યાકરણ:
- સંજ્ઞા, સર્વનામ, વિશેષણ, ક્રિયાવિશેષણ, ઉપસર્ગ, પ્રત્યય, સંધિ, સમાસ, લિંગ, વચન કાળ, સંયોજક, નિપાત,
- વાક્ય રચના:
- વાકયોના પ્રકાર, કારકચિહ્ન, અવ્યય,
- શબ્દ જ્ઞાન-તત્સમ. તદભવ, દેશ ૪ (ગુજરાતી પ્રાંતના શબ્દો).
- ગુજરાતી ભાષાની શિક્ષણ પદ્ધતિ.
- ગુજરાતી ભાષાની શિક્ષણ પદ્ધતિના સિદ્ધાંત.
- બાળકમાં ગુજરાતી ભાષાનો વિકાસ.
- ગુજરાતી ભાષાના કૌશલ્યો અને તેનો વિકાસ: શ્રવણ, કથન, વાંચન, લેખન
- ગુજરાતી ભાષા શિક્ષણ: શૈક્ષણિક સાધનસામગ્રી, પાઠ્યપુસ્તક, ગુજરાતી ભાષા શિક્ષકની સજ્જતા. ગુજરાતી ભાષા શીખવવા વિધિવત આદાન – પ્રદાન (મૌખિક અને લેખિત)
- ગુજરાતી ભાષા શિક્ષણમાં મૂલ્યાંકન, લેખિત અને મૌખિક કસોટી માટેના પ્રશ્નોના પ્રકાર સતત મુલ્યાંકન, લેખનશૈલી ગુજરાતી ભાષાના શબ્દોનું શુદ્ધ ઉચ્ચારણ, આરોહ અવરોહ સાથે કથન.
Mathematics (गणित)
- एक करोड़ तक की पूर्ण संख्याएँ, स्थानीय मान, तुलना, गणितीय मूल संक्रियाएँ -जोड़, बाकी, गुणा, भाग; भारतीय मुद्रा।
- भिन्न की अवधारणा, उचित भिन्ने, समान हर वाली उचित भिन्नों की तुलना, मिश्र भिन्ने,
- असमान हर वाली उचित भिन्नों की तुलना, भिन्नों की जोड़ बाकी, अभाज्य एवं संयुक्त संख्याएं,
- अभाज्य गुणनखण्ड, लघुत्तम समापवर्त्य, महत्तम समापवर्तक।
- ऐकिक नियम, औसत, लाभ-हानि, सरल ब्याज।
- समतल व वक्रतल, समतल व ठोस ज्यामितिय आकृतियाँ समतल ज्यामितीय आकृतियों की विशेषतायें बिन्दु, रेखा, किरण, रेखा खण्ड, कोण एवं उनके प्रकार |
- लम्बाई, भार, धारिता, समय, क्षेत्रमापन एवं इनकी मानक इकाइयां एवं उनमें संबंध वर्गाकार तथा आयतकार वस्तुओं के पृष्ठ तल का क्षेत्रफल एवं परिमाप।
- गणित की प्रकृति एवं तर्क शक्ति, पाठ्यक्रम में गणित की महत्ता, गणित की भाषा, सामुदायिक गणित, आंकडो का प्रबंधन।
- औपचारिक एवं अनौपचारिक विधियों द्वारा मूल्यांकन, शिक्षण की समस्याएं, त्रुटि विश्लेषण एवं शिक्षण एवं अधिगम से संबंधित, निदानात्मक एवं उपराचारात्मक शिक्षण।
EVS (पर्यावरण अध्ययन) Syllabus
- परिवार – आपसी संबंध, एकल एवं संयुक्त परिवार, सामाजिक बुराईयां (बाल विवाह, दहेज प्रथा, बालश्रम, चोरी), दुर्व्यसन (नशाखोरी, धूम्रपान) और इनके व्यक्तिगत, सामाजिक एवं आर्थिक दुष्परिणाम।
- वस्त्र एवं आवास – विभिन्न ऋतुओं में पहने जाने वाले वस्त्र, घर पर वस्त्रों का रख-रखाव, हस्त करघा तथा पावरलूम, जीव जन्तुओं के आवास, विभिन्न प्रकार के मानव-आवास, आवास और निकटवर्ती स्थानो की स्वच्छता, आवास निर्माण हेतु विभिन्न प्रकार की सामग्री।
- व्यवसाय – अपने परिवेश के व्यवसाय (कपड़े सिलना, बागवानी, कृषि कार्य, पशुपालन, सब्जीवाला आदि), लघु एवं कुटीर उद्योग, राजस्थान राज्य के प्रमुख उद्योग एवं हस्तकलाएं, उपभोक्ता संरक्षण की आवश्यकता, सहकारी समितियां।
- सार्वजनिक स्थल एवं संस्थाएं-सार्वजनिक स्थल जैसे विद्यालय, चिकित्सालय, डाकघर, बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन, सार्वजनिक संपत्ति (रोड़ लाइट, सडक, बस, रेल, सरकारी इमारतें आदि), विद्युत और जल का अपव्यय,
- रोजगार नीतियां, संसद, विधानसभा, राजस्थान के जिले एवं राजस्थान में पंचायती राज।
- हमारी सभ्यता, संस्कृति – राष्ट्रीय प्रतीक, राष्ट्रीय पर्व, राजस्थान के मेले एव त्यौहार, राजस्थान की वेशभूषा एवं आभूषण, राजस्थान का खान-पान, राजस्थान की वास्तुकला, राजस्थान के पर्यटन स्थल, राजस्थान की प्रमुख विभूतिया एवं गौरव राजस्थान की विरासत (प्रमुख दुर्ग, महल, स्मारक) राजस्थान की चित्रकला, राजस्थान की लोकोक्तियां, राजस्थान के लोकदेवता।
- परिवहन और संचार – यातायात और संचार के साधन, सडक पर चलने और यातायात के नियम, यातायात के संकेत, संचार साधनों का जीवन शैली पर प्रभाव।
- अपने शरीर की देख-भाल-शरीर के बाहय अंग और उनकी साफ-सफाई, शरीर के आंतरिक भागों की सामान्य जानकारी, संतुलित भोजन की जानकारी और इसका महत्व, सामान्य रोग (आंत्रशोथ, अमीबायोसिस, मेथहमोग्लोबिन, एनिमिया, फ्लुओरोसिस, मलेरिया, डेंगू) उनके कारण और बचाव के उपाय, पल्स पोलियो अभियान।
- सजीव जगत – पादपों और जंतुओं के संगठन के स्तर, सजीवों में विविधता, राज्य पुष्प, राज्य वृक्ष, राज्य पक्षी, राज्य पशु, संरक्षित वन क्षेत्रों एवं वन्य जीव (राष्ट्रीय उद्यान, वन्य जीव अभयारण्य, बाघ संरक्षित क्षेत्र, विश्व धरोहर) की जानकारी, पादपों तथा जंतुओं की जातियों का संरक्षण, कृषि पद्वतियां।
- जल-जल, वन, नमभूमि और मरूस्थल की मूलभूत जानकारी, विभिन्न प्रकार के प्रदूषण एवं इनका नियंत्रण, जल के गुण, जल के स्त्रोत, जल-प्रबंधन, राजस्थान में कलात्मक जल स्त्रोत, पेयजल व सिंचाई स्त्रोत।
- हमारी पृथ्वी व अंतरिक्ष- सौर परिवार, भारत के अंतरिक्ष यात्री।
- पर्वतारोहण- पर्वतारोहण में कठिनाईयां एंव काम आने वाले औजार, भारत की प्रमुख महिला पर्वतारोही।
- पर्यावरण अध्ययन के क्षेत्र एव संकल्पना। पर्यावरण अध्ययन का महत्व, समाकलित पर्यावरण अध्ययन, पर्यावरण शिक्षा के अधिगम सिद्धान्त, पर्यावरण अध्ययन का विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान विषयों के साथ अन्तर्सम्बन्ध एवं क्षेत्र, पर्यावरणीय शिक्षाशास्त्र- संकल्पना प्रस्तुतीकरण के उपागम। क्रियाकलाप, प्रयोग/ प्रायोगिक कार्य, चर्चा |
- समग्र एवं सतत मूल्यांकन, शिक्षण सामग्री/ सहायक सामग्री, शिक्षण की समस्याएँ, सूचना एवं संचार प्रोद्यौगिकी
REET Level 1 FAQ
Q.1 : REET Level 1 क्या है?
Ans. : REET लेवल 1 में चयन होने पर प्राथमिक कक्षा 1 से 5 तक अध्यापन करवाना होता है ?
Q.2 : REET में कितने लेवल होते हैं?
Ans. REET परीक्षा में दो लेवल होते है | जिन्हें लेवल 1 और लेवल 2 के नाम से जाना जाता है | लेवल 1 में चयन होने पर कक्षा 1 से 5 तक व लेवल 2 में चयन होने पर कक्षा 6 से 8 तक अध्यापन करवाना होता है |
Q.3: रीट लेवल 1 में कितने सब्जेक्ट होतें है ?
Ans : REET लेवल 1 में पांच विषय होते है जो इस प्रकार है – बाल विकास, भाषा प्रथम (सात भाषाओं में से किसी एक का चयन करना होगा), भाषा 2 (शेष 6 में से किसी एक का चयन करना होगा ), गणित, पर्यावरण अध्ययन |
Q.4 : REET लेवल 1 के लिए बेस्ट बुक्स कौनसी है ?
Ans : REET 2021 लेवल प्रथम में मनोविज्ञान के लिए सिखवाल पब्लिकेशन (लेखिका वंदना जोशी) अथवा अवनि पब्लिकेशन (लेखक- धीर सिंह धाबाई), गणित के लिए सृष्टि (लेखक-रामनिवास मथुरिया), पर्यावरण अध्ययन के लिए मुकेश पंचोली सर की किताब बेस्ट है | शिक्षण विधियों के लिए आप डॉ. एस. मंगल द्वारा लिखित मंगल पब्लिकेशन की किताब भी पढ़ सकते है | हमारी व्यक्तिगत सलाह है कि आप कक्षा 3 से 8 की सामाजिक अध्ययन की पुस्तकों का अध्ययन भी टॉपिक अनुसार जरुर करें |
Q.5 : REET लेवल 1 का पेपर कौनसी पारी में होगा?
Ans. REET लेवल 1 का पेपर दूसरी पारी में दोपहर 02:30 बजे से शाम 05:00 के मध्य होगा |
Q.6 : REET Level 1 की Salary कितनी होती है ?
Ans. वर्तमान वेतन नियमों के अनुसार REET तृतीय श्रेणी लेवल 1 की सेलेरी 23700 रूपये है (जोइनिंग के समय) |